शायरी
ईस क़दर ना हर्बात यार्रों से पूछो ।
जो बात राज कि है वो बात इशारो से पूछो
लहरोसे खेलना शोक है समुंदर का
लगती है चोट कैसी किनारोसे पूछो
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एक दूवा मांगते है हम आपने खुदासे
चाहते है ख़ुशी पुरे इमान से
सब हस्राते पुरी हो आप कि
ओर आप मुस्कुराये दिल ओ जान से
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कोई लडकी हमे ठुकराये इसका गम नही
कोई लडकी हमे ठुकराये इसका गम नही
बदनसीब वो लडकी है
जिसके नसीब मे हम नही
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हर पत्थर पे लिखू I MISS YOU
ओर वो हर पत्थर आपको जोर से मारू
ताकी आपको ये एहसास हो
कि आप कि याद कितना दर्द देती है
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हम ना होते तो आप को गजल कोण कहता
आपके चेहरे को गुलाब कोण कहता
यही तो करिश्मा है हम प्यार करने वालोंका
वरना पत्थर को ताज-महल कोण कहता